PRAYER
THE BHARAT SCOUTS AND GUIDES
DAYA KR DAN BHAKTI KA HME PARMATMA DENA
DAYA KRNA HMARI AATMA ME SHUDDHATA DENA
HMARE DHYAN ME AAO PRABHU AAKHO ME BS JAO
ANDHERE DIL ME AAKAR K PARAM JYOTI JALA DENA
BAHA DO PREM KI GANGA, DILO ME PREM KA SAGAR
HME AAPS ME MILJUL KR PRABHU RAHNA SIKHA DENA
HAMARA KARM HO SEWA ,HMARA DHARMA HO SEWA
SADA IMAN HO SEWA HO WO SEWAK CHAR BNA DENA
WATAN K WAASTE JINA , WTAN K WASTE MARNA
WATAN PR JAN FIDA KRNA, PRABHU HMKO SIKHA DENA
DAYA KR DAN BHAKTI KA HME PARMATMA DENA
DAYA KRNA HMARI AATMA ME SHUDDHATA DENA
Prarthana 'Dayakar Dan Bhakti' The author of the prayer was the former regional organization commissioner of Punjab province, Shri Veer Dev 'Veer'. It is sung in a fixed rhythm in a mindful state for 1.5 minutes or 90 seconds.
प्रार्थना दया कर दान भक्ति का , हमें परमात्मा देना ।
दया करना हमारी आत्मा में , शुद्धता देना ।।
हमारे ध्यान में आओ , प्रभु आँखों में बस जाओ ।
अंधेरे दिल में आकर के , परम ज्योति जगा देना ।।
बहा दो प्रेम की गंगा , दिलों में प्रेम का सागर ।
हमें आपस में मिल जुल कर प्रभु रहना सिखा देना ।।
हमारा कर्म हो सेवा , हमारा धर्म हो सेवा ।
सदा ईमान हो सेवा व सेवक चर बना देना ।।
वतन के वास्ते जीना , वतन के वास्ते मरना ।
वतन पर जाँ फिदा करना , प्रभु हमको सिखा देना ।।
दया कर दान भक्ति का , हमें परमात्मा देना ।
दया करना हमारी आत्मा में , शुद्धता देना ।।
प्रार्थना ' दयाकर दान भक्ति का प्रार्थना के रचयिता पंजाब प्रान्त के पूर्व प्रादेशिक संगठन आयुक्त श्री वीर देव ' वीर ' थे । इसे एक निश्चित लय में सावधान अवस्था में खड़े होकर 1.5 मिनट या 90 सेकंड में गाया जाता ।